आज के समय में बच्चों की पढ़ाई लिखाई बहुत महंगी होती जा रही है। माता पिता को बच्चों की पढ़ाई में लाखों खर्च करने पड़ रहे हैं। इसके बाद भी बच्चे जब पढ़ाई में मन नहीं लगाते हैं तो मां बाप को निराशा होती है। हर मां बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बने। मां बाप का नाम रोशन करे। कुछ बच्चों की याददाश्त कमजोर होती है तो कुछ बच्चे मोबाइल की लत के कारण नहीं पढ़ पाते हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे अगर आप अपने बच्चों को पिलाएंगी तो उनकी याददाश्त के साथ-साथ एकाग्रता भी बढ़ेगी।
इस तरह से बच्चे जो भी पढ़ेंगे उन्हें वो तुरंत याद हो जाएगा। वो और कोई चाय नहीं बल्कि ब्राह्मी चाय है। ब्राह्मी एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो बच्चों की मानसिक शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि ब्राह्मी चाय बच्चों के लिए कैसे फायदेमंद है। इसे बच्चों की डाइट में किस तरह शामिल किया जा सकता है।
ब्राह्मी के बारे में बात करें तो ये एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग प्राचीन समय से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और याददाश्त को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है। ब्राह्मी में बायोएक्टिव तत्व पाए जाते हैं, जो बच्चों के मस्तिष्क की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करते हैं। ब्राह्मी में बाकोसाइड्स नामक तत्व होते हैं, जो मस्तिष्क में न्यूरॉन्स के निर्माण को प्रोत्साहित करते हैं। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है और बच्चों की याददाश्त तेज होती है।
आजकल बच्चों पर पढ़ाई काे लेकर तनाव बहुत होता है। लेकिन अगर उन्हें ब्राह्मी चाय दिया जाए तो मानसिक तनाव कम होता है। वे शांत महसूस करते हैं। दरअसल ब्राह्मी में मौजूद तत्व मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं, जो मूड को बेहतर बनाने में मददगार है।ब्राह्मी चाय को बनाना बेहद आसान है। एक कप पानी में आधा चम्मच ब्राह्मी पाउडर डालें और इसे अच्छे से उबालें। इसे ठंडा होने दें और फिर उसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर बच्चों को दें। ध्यान रखें कि बच्चों को आधा कप चाय हफ्ते में तीन बार ही दें।
- ब्राह्मी का शरबत
- ब्राह्मी पाउडर को दूध में मिलाकर
- ब्राह्मी का चूर्ण या कैप्सूल
- स्मूदी और शेक में ब्राह्मी मिलाना
- ब्राह्मी का सूप में इस्तेमाल