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Sunday, December 15, 2024

किन कारणों से बढ़ जाता है गाड़ी में आग का खतरा, इस तरह करें बचाव, नहीं होगी परेशानी

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कार चाहे नई हो या पुरानी, अगर सही तरह से ध्‍यान न रखा जाए तो फिर कई तरह की परेशानियां सामने आने लगती हैं। इनमें से एक समस्‍या गाड़ी में आग लगने की भी होती है। किस तरह की लापरवाही करने के कारण गाड़ी में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है और किन बातों का ध्‍यान रखते हुए किसी भी गाड़ी को ऐसी घटना से बचाया जा सकता है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।

गाड़ी को जब भी स्‍टार्ट किया जाता है तो इंजन के तापमान को सामान्‍य रखने के लिए कूलेंट का उपयोग किया जाता है। किसी कारण से कूलेंट लीक हो जाए या फिर खराब हो जाता है तो फिर कार में इंजन का तापमान बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। जिससे आग लगने का खतरा हो जाता है। ऐसे में कोशिश करनी चाहिए कि गाड़ी को बिल्‍कुल न चलाया जाए और इंजन का तापमान सामान्‍य किया जाए।

किसी भी कार में आग लगने का सबसे ज्‍यादा खतरा शॉर्ट सर्किट से होता है। ऐसा तब होता है जब ज्‍यादा तापमान के कारण किसी भी तार की बाहरी सुरक्षा सतह पिघल जाती है और वह दूसरे तार के साथ चिपक जाता है। ऐसा होने पर आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए कोशिश करें किस समय समय पर गाड़ी को चेक करें या फिर सर्विस के समय गाड़ी की सही तरह से चेकिंग करवाएं।

अगर कार को आग लगने के खतरे से बचाना है तो कभी भी कार में परफ्यूम या अन्‍य प्रकार के स्‍प्रे को नहीं रखना चाहिए। ऐसी वस्‍तुएं काफी जल्‍दी आग पकड़ती हैं। साथ ही इन पर भी अत्‍यंत ज्‍वलनशील की चेतावनी भी दी जाती है। अगर ऐसी वस्‍तुओं को कार में रखा जाए तो गर्मी के कारण यह फट सकती हैं और इससे आग लगने जैसे हादसे हो सकते हैं।

कुछ लोगों को कार में एक्‍सेसरीज लगाने का काफी शौक होता है। लेकिन ज्‍यादा एक्‍सेसरीज के कारण भी कार में आग लगने का खतरा ज्‍यादा हो जाता है। एक्‍सेसरीज लगाने के समय कई बार तार को काटना पड़ता है। जिससे भी शॉर्ट सर्किट होने के बाद आग लगने का खतरा बढ़ता है। इसलिए कोशिश करें कि कार को जिस तरह से कंपनी की ओर से दिया जाता है, वैसे ही कार को रखना चाहिए।

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