थायराइड विकार यानी शरीर में थायराइड हार्मोन की कमी (हाइपोथायराइडिज्म), थायराइड की अधिकता (हाइपरथायराइडिज्म), थायराइड गांठ और थायराइड कैंसर की समस्या देश में लगातार बढ़ रही है। खासकर, पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन न बनने से शरीर में थकान, वजन बढ़ने और डिप्रेशन जैसी समस्याएं देखी जाती हैं। वहीं, जिन लोगों में थायराइड हार्मोन की अधिकता होती हैं, उनमें हृदय की धड़कन बढ़ने, चिड़चिड़ापन और वजन में गिरावट जैसे परेशानियां सामने आती हैं।
थायराइड ग्रंथि शरीर में थायराइड हार्मोन का निर्माण करती है। आमतौर पर, लोगों में थायराइड हार्मोन की कमी देखी जाती है। कुछ मामलों में शरीर में जरूरत से ज्यादा थायराइड हार्मोन बनने लगता है। दोनों ही स्थिति में अलग-अलग लक्षण होते हैं। जिन्हें थायराइड की कमी होती है, खासकर बच्चों में वजन बढ़ने, पर्याप्त विकास नहीं होने और लंबाई रुकने जैसी परेशानी हो जाती है। ऐसे बच्चों के मस्तिष्क की कार्यप्रणाली भी प्रभावित होती है। महिलाओं में हाइपोथायराइडिज्म आमतौर पर ज्यादा देखा जाता है।
इसलिए, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों की थायराइड की अनिवार्य रूप से जांच होनी चाहिए। वयस्कों में इसके लक्षणों की बात करें तो हमेशा थकान महसूस होने, वजन बढ़ने, चेहरे पर सूजन, शरीर में दर्द और ठंड अधिक महसूस जैसी समस्याएं होती हैं। साथ ही, बालों और त्वचा में रुखापन आ जाता है। महिलाओं में कई बार गर्भधारण से जुड़ी परेशानी बढ़ जाती हैं। इससे हृदय की कार्यप्रणाली पर भी प्रभाव पड़ता है और हृदयगति थोड़ी धीमी हो जाती है।
आजकल देखा जा रहा है कि लोग सेंधा नमक का अधिक सेवन करने लगे हैं, खासकर जिन्हें हाइपरटेंशन की समस्या है। दरअसल, सेंधा नमक खाने की वजह से शरीर को आयोडीन नहीं मिल पाता। शरीर में आयोडीन पहुंचने का एक ही माध्यम है- आयोडीन युक्त नमक। हमें समझना होगा कि अगर शरीर को पर्याप्त आयोडीन नहीं मिलेगा तो थायराइड हार्मोन का निर्माण कम हो जाएगा और थायराइड ग्रंथि सही से काम नहीं करेगी। इसलिए, आयोडीन युक्त नमक के सेवन में विशेष ध्यान रखना चाहिए।
जिन लोगों के शरीर में थायराइड अधिक बनता है, उन्हें दूसरे तरह की समस्या होती है, जैसे उनका शरीर बहुत दुबला-पतला हो जाता है, भूख अधिक लगती है, फिर भी वजन कम रहता है। ऐसे लोगों को थकान, डायरिया की समस्या, धड़कन बढ़ने, घबराहट, गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाने, आंखों की परेशानी और महिलाओं में मासिक धर्म से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं। इस तरह के लक्षण दिखने पर चिकित्सक से जरूर मिलना चाहिए और थायराइड की जांच करा लेनी चाहिए। यह एक सामान्य तरह की रक्त जांच होती है।