भारत की वायुसेना को मजबूती देने के लिए रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ बड़ी डील की है। इसके तहत वायुसेना को 97 तेजस लड़ाकू विमान उपलब्ध कराए जाएंगे। यह डील भारत की डिफेंस कैपेबिलिटी बढ़ाने और मेड इन इंडिया पहल को मजबूती देने की दिशा में अहम कदम है।
तेजस विमान: भारतीय वायुसेना की ताकत
तेजस विमान हल्का, बहुउद्देशीय और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस है। यह विमान वायु और जमीन दोनों प्रकार की मिशनों के लिए सक्षम है। इसके अलावा, इसे स्टील्थ टेक्नोलॉजी और आधुनिक एविडेंस सिस्टम से लैस किया गया है, जिससे यह किसी भी हवाई या जमीन लक्ष्य को आसानी से निशाना बना सकता है।
HAL और रक्षा मंत्रालय की साझेदारी
HAL ने पहले भी भारतीय वायुसेना के लिए कई विमान तैयार किए हैं। नई डील में 97 विमान बनाए जाएंगे, जिससे भारतीय वायुसेना का फ्लीट साइज काफी मजबूत होगा। यह डील मेक इन इंडिया इन डिफेंस पहल के तहत पूरी तरह देशी तकनीक पर आधारित है।
विशेषज्ञों का कहना
विशेषज्ञों के अनुसार, तेजस विमानों की संख्या बढ़ने से भारत की हवाई सुरक्षा और सशक्त होगी। साथ ही, यह रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता और रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा।
भारत की रणनीतिक ताकत
तेजस विमानों के शामिल होने से न केवल वायुसेना की ताकत बढ़ेगी, बल्कि देश की सुरक्षा और रणनीतिक स्थिति भी मजबूत होगी। यह कदम भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आत्मनिर्भर भारत के संदेश को और सशक्त करेगा।
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