श्रीनगर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज रविवार (6 अप्रैल) से तीन दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर रहेंगे। इस दौरे में वे LoC पर बनी चौकियों पर जाकर हालात का जायजा लेंगे, सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे और विकास कार्यों पर बैठक करेंगे।
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने के बाद यह गृहमंत्री शाह का पहला दौरा है। शाह सबसे पहले रविवार शाम जम्मू पहुंचेंगे, जहां वे सबसे पहले राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करेंगे।
इसके बाद शाह भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में जाएंगे। जहां वे बीजेपी विधायकों और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। सोमवार को, गृहमंत्री कठुआ जिले में बीएसएफ की सीमा चौकी ‘विनय’ का दौरा करेंगे और वहां की सुरक्षा स्थिति की जानकारी लेंगे।
सोमवार को ही वे जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद जवानों के परिवारों से मिलेंगे और कुछ को नौकरी के नियुक्ति पत्र भी देंगे। यह कार्यक्रम राजभवन, जम्मू में होगा। मंगलवार (8 अप्रैल) को गृहमंत्री , श्रीनगर स्थित राजभवन में बैठक करेंगे।
इसमें जम्मू-कश्मीर में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद एक दूसरी बैठक में राज्य की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की जाएगी। मंगलवार को शाह श्रीनगर से वापिस दिल्ली लौट जाएंगे।
राज्यसभा में शाह बोले- मोदी ने कश्मीर में लोकतंत्र की नींव रखी
अमित शाह ने 19 मार्च को राज्यसभा में बजट सत्र के दौरान चर्चा में कहा था कि जम्मू कश्मीर में 2004 से 2014 के बीच 7,217 आतंकी घटनाएं हुई थीं, लेकिन 2014 से 2024 के बीच यह घटकर 2,242 रह गईं। उन्होंने बताया कि पिछले 10 सालों में नागरिकों की मौत में 81% की कमी, सुरक्षाकर्मियों की शहादत में 50% की कमी और पत्थरबाजी की घटनाएं अब पूरी तरह बंद हो चुकी हैं। वहीं, 2004 में जहां 1,587 आतंकी घटनाएं हुई थीं।
शाह ने कहा- 2024 में केवल 85 घटनाएं हुईं। 2004 में 733 नागरिक मारे गए थे, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर 26 रह गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में लोकतंत्र की नींव रखी है और अब सरकार आतंकियों से कड़ा और सीधे जवाब देती है।
गृह मंत्री ने आगे कहा- जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के 33 साल के शासनकाल में वहां सिनेमाहॉल ही नहीं खुलते थे। हमने 2019 में आर्टिकल 370 हटाया। जी-20 की बैठक में दुनियाभर के राजनयिक वहां गए। हमने वहां सफलतापूर्वक चुनाव करवाए। एक गोली तक नहीं चली।