क्या आपको भी रात को सोने के बाद गैस और बदहजमी की समस्या होती है? यह समस्या सिर्फ आपकी खानपान की आदतों पर ही निर्भर नहीं करती, बल्कि आपकी सोने की पोजीशन भी इसमें बड़ा रोल प्ले करती है। गलत पोजीशन में सोने से एसिड रिफ्लक्स बढ़ता है, जिससे सीने में जलन और खट्टा-सा स्वाद मुंह में आता है। अगर यह समस्या लंबे समय तक रहती है, तो यह नींद में खलल डाल सकती है और स्लीप एपनिया जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है। आइए आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जो एसिड रिफ्लक्स से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं।
- जब हम सोते हैं, तो हमारा शरीर आराम करता है और पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है, लेकिन कुछ लोगों मेंल यह प्रक्रिया बाधित हो सकती है और एसिड का प्रोडक्शन बढ़ सकता है।
- अगर आप सोते समय सिर को बहुत नीचे रखते हैं या पेट के बल सोते हैं, तो एसिड भोजन पाइप में आसानी से वापस आ सकता है।
- कुछ फूड आइटम्स और ड्रिंक्स जैसे कि चाय, कॉफी, शराब, चॉकलेट, टमाटर, नींबू, संतरा, मिर्च आदि एसिड रिफ्लक्स को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा स्ट्रेस भी इस समस्या को बढ़ाता है।
- खाना खाने के बाद कम से कम 2-3 घंटे तक लेटने से बचें।
- रात का खाना हल्का और जल्दी खाएं ताकि सोते समय पेट भरा न हो।
- सोते समय सिरहाने को 10-15 सेंटीमीटर ऊंचा रखें।
- सोते समय ढीले कपड़े पहनें ताकि पेट पर दबाव न पड़े।
- योग, ध्यान या अन्य तरीकों के जरिए से स्ट्रेस को कम करने की कोशिश करें।
- एसिड रिफ्लक्स को बढ़ाने वाले फूड आइटम्स और ड्रिंक्स से बचें।
- अगर आप ज्यादा वजन वाले हैं, तो वेट कम करने से एसिड रिफ्लक्स में सुधार हो सकता है।
- अगर आपको एसिड रिफ्लक्स की गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपको एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए दवाएं लिख सकते हैं।
- अदरक पाचन को बेहतर बनाने और एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद कर सकता है।
- शहद एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद कर सकता है।
- तुलसी पाचन को बेहतर बनाने और एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद कर सकता है।
- बेकिंग सोडा का घोल एसिड रिफ्लक्स से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।