डीप ब्रीदिंग एक सरल प्रक्रिया है जो हमारी सेहत को अनगिनत फायदे पहुंचा सकती है। अगर हम राेजाना कुछ देर गहरी सांस लेने का अभ्यास करें तो सेहत और लाइफस्टाइल दोनों में बहुत सुधार देखने को मिलेगा। जब भी आप चिंतित या परेशान होते होंगे, तो आपके दिल की धड़कने तेज होने लग जाती हैं। खून का प्रवाह दिल और दिमाग की ओर बढ़ने लगता है।
गहरी सांस लेने से हमें मानसिक शांति मिलती है। शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। गहरी सांस लेने से शरीर में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में डीप ब्रीदिंग के अभ्यास से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ में ये भी बताएंगे कि इसे करने का सही तरीका क्या है। आइए जानते हैं विस्तार से-
गहरी सांस लेने के अभ्यास से तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है। जब आप गहरी सांस लेते हैं तो शरीर में शांति का अहसास होता है। इससे आपके दिमाग को आराम मिलता है और मानसिक तनाव भी कम होता है।डीप ब्रीदिंग का फायदा हमारे मसल्स काे भी मिलता है। जब हम गहरी सांस लेते हैं तो मांसपेशियों में खिंचाव और तनाव दूर होता है। यह शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं। अगर आप दिनभर की थकान से छुटकारा पाना चाहते हैं तो कुछ देर एकांत में लाइट म्यूजकि लगाकर गहरी सांस लेने का अभ्यास जरूर करें।
रोजाना डीप ब्रीदिंग का अभ्यास करने से शरीर में एंडोर्फिन बनता है। यह एक तरह का अच्छा हार्मोन माना जाता है। ये शरीर द्वारा बनाया गया एक प्राकृतिक दर्द निवारक है। इसलिए गहरी सांस लेने से हम प्राकृतिक रूप से दर्द को कम कर सकते हैं।गहरी सांस लेने से ब्लड प्रेशर का लेवल मेंटेन रहता है। गहरी सांस लेने पर हमारे दिल की धड़कनें धीमी हो जाती हैं जिससे शरीर को शांति मिलती है। यह हाई बीपी के मरीजों के लिए एक प्राकृतिक उपचार हो सकता है।
जब हम गहरी सांस लेते हैं तो हमारे दिमाग को भी ताजगी मिलती है। इससे खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, जिससे दिमाग को अधिक ऊर्जा मिलती है। इससे किसी भी चीज को फोकस करने में मदद मिलती है।डीप ब्रीदिंग से दिमाग को शांत रखने में मदद मिलती है। इससे रात को नींद भी अच्छी आती है। अगर आपको नींद न आने की समस्या है, तो सोने से पहले गहरी सांस लेने का अभ्यास जरूर करें। पांच मिनट के अभ्यास से ही आपको नींद आ जाएगी।