आजकल के दौर में सिचुएशनशिप शब्द बेहद आम हो गया है। ये एक ऐसा रिश्ता है जिसमें दोनों पार्टनर एक-दूसरे के साथ सिर्फ इसलिए होते हैं क्योंकि उन्हें उस वक्त कोई और बेहतर ऑप्शन नहीं मिल रहा होता है। जाहिर तौर पर ऐसा रिश्ता कई लोगों के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन सकता है। इसलिए आइए इस आर्टिकल में आपको इसे पहचानने के 5 संकेत बताते हैं।
- आजकल कई लोग सिचुएशनशिप में रहना पसंद करते हैं।
- प्यार तलाश रहे शख्स के लिए यह परेशानी भरा हो सकता है।
- कुछ संकेतों की मदद से सिचुएशनशिप का पता लगाया जा सकता है।
“कसमें वादे प्यार वफा सब, बाते हैं बातों का क्या…” -ये पंक्ति फिल्म ‘उपकार’ के एक गाने से ली गई है, जो आज भी काफी प्रासंगिक है। बदलते समय के साथ रिश्तों की परिभाषा भी बदल गई है और अब प्यार भरे रिश्ते भी पहले जैसे नहीं रहे हैं। जी हां, आए दिन रिलेशनशिप की दुनिया में नए-नए डेटिंग टर्म्स सुनने को मिलते हैं। इन्हीं में से एक है
सिचुएशनशिप जिसमें एक बार फंसने पर इससे बाहर निकल पाना कई लोगों के लिए मुसीबत बन जाता है। इस तरह के रिश्ते में कोई आपके साथ सिर्फ तब तक रहता है जब तक उसे आपसे बेहतर ऑप्शन नहीं मिल पाता है या फिर उसका मकसद इमोशनल की बजाय सिर्फ फिजिकल रिलेशन ही होता है। आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसे 5 संकेत बताते हैं जिनकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि आपका रिलेशनशिप सचमुच प्यार-भरा है या फिर यह सिचुएशनशिप से ज्यादा और कुछ नहीं है।