भारतीय खानपान दुनियाभर में काफी मशहूर है। इसका स्वाद और इसमें इस्तेमाल होने वाले मसाले पूरी दुनिया में काफी पसंद किए जाते हैं। ये अलग-अलग तरह के मसाले सिर्फ खाने का स्वाद भी नहीं बढ़ाते, बल्कि सेहत को भी कई सारे फायदे पहुंचाते हैं। अदरक, हल्दी, लहसुन इन्हीं मसालों में से एक है, जिसे कई भारतीय पकवानों में इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से कुछ दर्द से राहत दिलाते हैं, तो कुछ गठिया में राहत पहुंचाते हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं, जो वजन घटाने से लेकर दिल को सेहतमंद बनाने तक में मदद करते हैं।
हालांकि, किसी भी चीज की अति सेहत के लिए हमेशा से हानिकारक ही होती है। ऐसा ही कुछ इन मसालों के साथ ही है। जरूरत से ज्यादा इनका इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है, जिसके बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे ऐसे ही कुछ मसालों के बारे में, जिन्हें ज्यादा मात्रा में खाना कई बार सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
सर्दियों में लहसुन सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने, ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, सर्दी और खांसी का इलाज करने और कोलन और पेट के कैंसर को रोकने में मदद करता है। हालांकि, इसका ज्यादा इस्तेमाल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं, सांसों की दुर्गंध और ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही यह कुछ लोगों में सूजन, गैस और पेट दर्द का कारण बन सकता है।
आमतौर पर लौंग का इस्तेमाल गरम मसाले के तौर पर किया जाता है। इसमें हाई एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन के और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत को कई नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। साथ भी इम्युनिटी भी बढ़ाती है। हालांकि, बहुत ज्यादा लौंग खाने से लो ब्लड शुगर लेवल या हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है, जिसका समय पर इलाज न होने पर यह जानलेवा हो सकता है।
हल्दी भारतीय खाने में इस्तेमाल होने वाला सबसे लोकप्रिय मसाला है। सदियों से इसका इस्तेमाल कई तरह के इन्फेक्शन, पाचन समस्याओं और दर्द से राहत पाने के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद करक्यूमिन इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार, सूजन और संक्रमण, कैंसर, यूटीआई जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करती है। हालांकि, अगर ज्यादा मात्रा में इसे खाया जाए, तो यह कब्ज, दस्त, अपच, गैस और एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकती है। साथ ही करक्यूमिन की ज्यादा मात्रा लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है।
आपके ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और तनाव को दूर करने के लिए दालचीनी एक बेहतरीन मसाला है। यही वजह है कि यह लंबे समय से आयुर्वेद में इस्तेमाल होती आ रही है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसके इस्तेमाल कई समस्याओं का कारण बन सकती है। इससे मुंह और होठों में जलन हो सकती है और घाव हो सकते हैं। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है।
अदरक लगभग हर रसोई में पाई जाती है। कोई सब्जी हो या ठंड में गर्मागर्म चाय, अदरक के बिना इनका स्वाद बेकार रही लगता है। खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही यह आयुर्वेद में पाचन और पुरानी बीमारियों से राहत दिलाने में भी मदद करता है। हालांकि, ज्यादा मात्रा में इसका इस्तेमाल सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। ज्यादा अदरक सीने में जलन, दस्त और मुंह में जलन की वजह बन सकता है। साथ ही यह ब्लीडिंग और दिल से जुड़ी कुछ समस्याओं का खतरा भी बढ़ा सकता है।