केंद्र सरकार ने आयकर विभाग के PAN 2.0 प्रोजेक्ट पर अपनी मुहर लगा दी है। अब लोगों को जल्द ही क्यूआर कोड सुविधा वाला नया पैन कार्ड मिलेगा, जो सरकार की महत्वाकांक्षी मुहिम डिजिटल इंडिया के मुताबिक होगा।ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। जैसे कि पैन कार्ड क्या होता है, पैन कार्ड कैसे बनता है, अब पुराने पैन कार्ड का क्या होगा, नया पैन कार्ड क्यों बन रहा है, क्या इसके लिए कोई शुल्क देना होगा।
परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जारी करता है। इसका ज्यादातर इस्तेमाल वित्तीय कामकाज के लिए होता है। जैसे कि इनकम टैक्स भरना, बैंक अकाउंट ओपन करना या प्रॉपर्टी खरीदना। पैन कार्ड 10 अंकों का नंबर होता है, जिसमें आपके वित्तीय लेनदेन से जुड़ी सारी जानकारियां दर्ज होती हैं। जैसे कि आपकी कितनी है, आपका कितना टैक्स भरते हैं आदि। इसमें आपके निवेश से जुड़ी पूरी जानकारियां भी होती हैं।
- अपनी नजदीकी PAN सर्विस एजेंसी पर जाएं।
- वहां नया कार्ड बनवाने के लिए आवेदन करें।
- ओटीपी वेरिफिकेशन के लिए मोबाइल नंबर दें।
- नाम, आधार नंबर और पर्सनल जानकारी दें।
- eKYC या स्कैन-बेस्ड में से ऑप्शन सेलेक्ट करें।
- फिजिकल पैन कार्ड के लिए 107 रुपये देना होगा।
- ePAN कार्ड के लिए 72 रुपये का चार्ज रहेगा।
- पैन कार्ड पेमेंट के बाद eKYC ऑथेंटिकेशन होगा।
- eKYC ऑथेंटिकेशन के बाद डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
- मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करके सबमिट करें।
इसके बाद आपको एक्नॉलेजमेंट नंबर मिलेगा। इसके जरिए आप अपने पैन कार्ड का स्टेटस चेक कर सकते हैं।