26.3 C
Raipur
Sunday, March 23, 2025

Android और iOS के लाखों यूजर्स का फोन खतरे में, 28 पॉपुलर ऐप्स में मिला ये खतरनाक वायरस

Must read

स्पार्ककैट नाम के एक खतरनाक वायरस ने 28 पॉपुलर ऐप्स में एंट्री ले ली है। इसकी वजह से पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा के लिए एक बड़ा खतरा पैदा हो गया है। ये मैलवेयर एंड्रॉयड और आईफोन दोनों यूजर्स को प्रभावित करता है। इससे ये समझा जा सकता है कि ये कितना खतरनाक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्पार्ककैट लाखों डिवाइसेज को पहले ही प्रभावित कर चुका है। ऐसे में इसके रिस्क को समझना और तुरंत सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।

स्पार्ककैट की क्षमताएं केवल डेटा चोरी से तक सीमित नहीं हैं। बल्कि इससे भी आगे तक फैली हुई हैं। ये खतरनाक मैलवेयर पर्सनल इनफार्मेशन चुरा सकता है, फाइनेंशियल डेटा में भी सेंध लगा सकता है और यहां तक कि क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट रिकवरी फ्रेज को भी एक्सेस कर सकता है। गलत हाथों में पड़ने वाली ऐसी सेंसिटिव इनफार्मेशन के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। इससे यूजर्स को फाइनेंशियल नुकसान हो सकता है। साथ ही ये आइडेंटिटी थेफ्ट की भी दिक्कत पैदा कर सकता है।

स्पार्ककैट मैलवेयर क्या है?

साइबरसिक्योरिटी फर्म कैस्पर्सकी ने स्पार्ककैट के बारे में एक वॉर्निंग जारी की है। कैस्पर्सकी ने स्पार्ककैट को एक खतरनाक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (SDK) के तौर पर आइडेंटिफाई किया है। ये SDK कुछ ऐप्स के भीतर छिपा हुआ है। ये ऐप्स गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर दोनों पर उपलब्ध हैं। इस मैलवेयर में डेटा चुराने की एडवांस्ड कैपेबिलिटीज हैं। ये डिवाइस की फोटोज को स्कैन करके पर्सनल इंफॉर्मेशन भी कलेक्ट कर सकता है। सबसे खतरनाक बात ये है कि अगर कोई यूजर इंफेक्टेड ऐप डाउनलोड कर भी ले तो भी उसे इसका एहसास नहीं होता है। इससे उस यूजर का पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा गंभीर जोखिम में पड़ जाता है।

कितने ऐप्स प्रभावित हैं?

रिपोर्ट से पता चलता है कि स्पार्ककैट का पता 28 ऐप्स में चला है। इनमें से एंड्रॉयड पर 18 और iOS पर 10 हैं। खासतौर पर पॉपुलर ऐप ‘ChatAI’ इनमें से एक है। यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे इस ऐप को अपने डिवाइसेज से तुरंत हटा दें।

स्पार्ककैट से अपने फोन को कैसे प्रोटेक्ट करें?

  • ऐप्स डाउनलोड करते समय सावधानी बरतें। पॉजिटिव रिव्यूज के साथ ट्रेस्टेड सोर्सेज पर ही जाएं और अननोन ऐप्स से बचें।
  • ऐप परमिशन पर पूरा ध्यान दें। कैमरा एक्सेस जैसे गैरजरूरी परमिशन मांगने वाले ऐप्स से सावधान रहें।
  • लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच के लिए डिवाइस के सॉफ्टवेयर को अपडेटेड रखें।
  • मैलवेयर थ्रेट्स का प्रभावी ढंग से पता लगाने और ब्लॉक करने के लिए एक भरोसेमंद एंटीवायरस प्रोग्राम इंस्टॉल करें।
  • डिवाइस पर सेंसिटिव इनफार्मेशन, जैसे क्रिप्टोकरेंसी रिकवरी फ्रेज, के स्क्रीनशॉट कभी भी स्टोर न करें।
- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article