हर माह की त्रयोदशी तिथि पर भक्तों द्वारा शिव जी के निमित्त प्रदोष व्रत किया जाता है। ऐसा माना जाता है इस तिथि पर श्रद्धापूर्वक व्रत आदि करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं। इस दिन आप महादेव की पूजा के दौरान शिव तांडव स्तोत्र का पाठ कर शुभ फलों की प्राप्ति भी कर सकते हैं।
- 29 सितंबर के दिन किया जाएगा रवि प्रदोष व्रत।
- इस दिन की जाती है भगवान शिव की पूजा-अर्चना।
- शिव जी की कृपा प्राप्ति के लिए उत्तम है यह तिथि।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को बेहद खास माना गया है। इस दिन श्रद्धापूर्वक शिव जी की पूजा-अर्चना और व्रत करने से साधक की मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं। ऐसे में आश्विन माह का पहला प्रदोष व्रत रविवार, 29 सितंबर को किया जाएगा। यह प्रदोष व्रत पितृ पक्ष की अवधि में पड़ रहा है, ऐसे में आप इस दिन कुछ उपाय कर महादेव के साथ-साथ पितरों की भी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को बेहद खास माना गया है। इस दिन श्रद्धापूर्वक शिव जी की पूजा-अर्चना और व्रत करने से साधक की मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं। ऐसे में आश्विन माह का पहला प्रदोष व्रत रविवार, 29 सितंबर को किया जाएगा। यह प्रदोष व्रत पितृ पक्ष की अवधि में पड़ रहा है, ऐसे में आप इस दिन कुछ उपाय कर महादेव के साथ-साथ पितरों की भी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।