नई दिल्ली। हेनले ग्लोबल द्वारा जारी दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की वार्षिक रैंकिंग ने एक बार फिर से देशों की अंतरराष्ट्रीय पहुंच और ताकत का आकलन पेश किया है। इस सूची में सिंगापुर ने शीर्ष स्थान हासिल कर दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट होने का गौरव प्राप्त किया है, जबकि पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा।
सिंगापुर बना नंबर 1
सिंगापुर का पासपोर्ट इस साल भी दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट बन गया है। इसकी बदौलत पासपोर्ट धारक 195 देशों में बिना वीजा या वीजा-ऑन-अराइवल सुविधा के साथ यात्रा कर सकते हैं।
- 2024 में सिंगापुर संयुक्त रूप से पहले स्थान पर था।
- 2021 से लेकर अब तक ज्यादातर सालों में सिंगापुर ने इस लिस्ट में अपना वर्चस्व कायम रखा है।
जापान को मिली चुनौती
इस बार जापान, जो पहले सिंगापुर को कड़ी टक्कर देता रहा है, दूसरे स्थान पर खिसक गया है। जापान के नागरिक 193 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा का आनंद ले सकते हैं।
- 2023 में जापान ने सिंगापुर को पछाड़कर पहला स्थान पाया था।
- 2024 में वह सिंगापुर के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर था।
भारत की रैंकिंग में गिरावट
भारत इस साल 85वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि पिछले साल यह 80वें स्थान पर था।
- भारतीय पासपोर्ट धारक अब 57 देशों में वीजा-ऑन-अराइवल या बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं।
- इनमें प्रमुख देश भूटान, मॉरिशस, श्रीलंका, फिजी, कजाखस्तान, और कतर शामिल हैं।
पिछले कुछ सालों में भारत की रैंकिंग स्थिर रही थी, लेकिन इस बार की गिरावट चिंताजनक है।
पड़ोसी देशों की रैंकिंग
- पाकिस्तान: इस सूची में पाकिस्तान को 103वें स्थान पर रखा गया है, जो उत्तर कोरिया से भी खराब स्थिति में है।
- अफगानिस्तान: 106वें स्थान पर, सूची में सबसे अंतिम स्थान पर रहा।
- नेपाल: 101वां स्थान।
- बांग्लादेश: 100वां स्थान।
- श्रीलंका: 96वां स्थान।
- म्यांमार: 94वां स्थान।
- भूटान: 90वां स्थान।