पिछले दिनों ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म और घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अलग-अलग रिपोर्ट में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटने का अनुमान लगाया था। इक्रा ने दावा किया था कि सरकारी तेल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल पर तकरीबन 15 रुपये तक फायदा हो रहा है। हालांकि यह दावा तब किया गया था जब क्रूड ऑयल का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल के आसपास था।
- मध्य पूर्व में तनाव से क्रूड सप्लाई का संकट बढ़ सकता है।
- इसके चलते क्रूड की कीमतों लगातार तेजी आ रही है।
- ऐसे में फिलहाल पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की उम्मीद कम है।
पिछले कुछ समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती होने की अटकलें लग रही थीं। लेकिन, अब उपभोक्ताओं के इस हसीन सपने पर पानी फिरता दिख रहा है। दरअसल, इजरायल-ईरान संकट के चलते कच्चे तेल की सप्लाई का संकट गहराने लगा है। इससे क्रूड की कीमतों में उछाल आया है और निकट भविष्य पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की उम्मीदें भी कम हो गई हैं।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन ने पिछले दिनों कहा था कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें लंबे वक्त तक कम रहती हैं, तो सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) पेट्रोल और डीजल सस्ता करने पर विचार कर सकती हैं।