मशरूम अपने टेस्ट और न्यूट्रिशनल वैल्यू के कारण दुनिया भर में खूब पसंद किया जाता है। यह अलग-अलग तरह की डिशेज में इस्तेमाल होता है और इसमें कैल्शियम, विटामिन डी, पोटेशियम, निकोटिनिक एसिड और अन्य जरूरी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। हालांकि, मशरूम एक तरह का फंगस है और कुछ लोगों को इससे एलर्जी या पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। आइए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि किन सिचुएशन में डॉक्टर मशरूम खाने से बचने की सलाह देते हैं।
किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को मशरूम खाने से बचना चाहिए। दरअसल, मशरूम में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो किडनी पर जरूरत से ज्यादा बोझ डाल सकते हैं और किडनी की बीमारी को और भी खराब बना सकते हैं। मशरूम में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिनसे कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। मशरूम खाने के बाद त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको मशरूम खाने के बाद ऐसी कोई समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
मशरूम का अधिक सेवन करने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों को मशरूम हजम करने में मुश्किल होती है। इसलिए, मशरूम को सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। अगर मशरूम को ठीक से नहीं पकाया जाता है या यह खराब हो जाता है तो इसे खाने से फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है। फूड पॉइजनिंग के लक्षणों में उल्टी, दस्त, बुखार आदि समस्याएं हो सकती हैं।
मशरूम की कुछ वैरायटी में टॉक्सिन्स पाए जाते हैं जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, जंगली मशरूम को खाने से बचना चाहिए। प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को मशरूम का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ तरह के मशरूम गर्भ में पल रहे बच्चे या स्तनपान कराने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।