हरियाणा में देवीलाल परिवार फिर से एक हो सकता है। इसके संकेत भाजपा में फूट से हरियाणा की राजनीति में तेजी से बदल रहे समीकरण से मिल रहे हैं। 2019 विधानसभा चुनाव से पहले अलग हुआ चौटाला परिवार 2024 विधानसभा चुनाव से पहले एक हो सकता है।
आज डबवाली में इसके संकेत दिग्विजय चौटाला ने दिए हैं। दिग्वजय चौटाला ने कहा कि अगर बड़े चौटाला साहब (ओम प्रकाश चौटाला) चुनाव लड़ते हैं तो मैं डबवाली से चुनाव नहीं लड़ूंगा। उनके सामने परिवार का कोई सदस्य चुनाव में नहीं उतरेगा।
अगर वे डबवाली से लड़ेंगे तो मैं अपना नामांकन पत्र उसी दिन वापस ले लूंगा। ओपी चौटाला की तारीफ करते हुए दिग्विजय ने कहा कि वो शेर हैं। उनके जैसा हरियाणा में कोई दूसरा नहीं है। उनके सामने तो चुनाव लड़ने का तो मेरे दिमाग में विचार ही नहीं आ सकता।
उधर, ओमप्रकाश चौटाला के छोटे भाई जगदीश चौटाला के बेटे आदित्य चौटाला भाजपा से बागी हो गए हैं। कहा जा रहा है कि वो भाजपा छोड़ इनेलो में आ सकते हैं। ओमप्रकाश चौटाला से उनकी बातचीत हो चुकी है। समर्थकों से 8 सितंबर को बैठक कर वह इसकी घोषणा कर सकते हैं।वहीं अभय सिंह चौटाला के छोटे बेटे अर्जुन चौटाला ने कहा कि ओपी चौटाला चुनावी रण में उतरेंगे मगर उससे पहले कानूनी पहलुओं को देखा जा रहा है। कोर्ट से चुनाव प्रचार की परमिशन लेने के लिए अर्जी लगाई हुई है जैसे ही परमिशन मिलेगी वैसे ही वह प्रचार में आ जाएंगे।
दरअसल, जननायक जनता पार्टी के भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा प्रत्याशी और पूर्व विधायक राव बहादुर ने चुनाव के दौरान 10 मई 2023 को मीडिया से बातचीत में दावा करते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद चौटाला परिवार एक होगा। उनका दावा है कि चौटाला परिवार मिलकर हरियाणा विधानसभा का चुनाव लड़ते हुए सरकार बनाएगा।
हालांकि जो दोनों परिवारों में मनमुटाव है, उसे दोनों परिवारों के बीच सकारात्मक भूमिका निभाकर दूर करते हुए एक करने की कोशिश हो रही है। बड़े चौटाला साहब का भी मामले को लेकर सकारात्मक रुख है।
अक्टूबर 2018 में इनेलो की गोहाना में हुई रैली थी। दादा ओमप्रकाश चौटाला और चाचा अभय चौटाला के सामने दुष्यंत चौटाला को अगला मुख्यमंत्री बनाने के नारे लगे। इस पर ओमप्रकाश चौटाला ने अनुशासनहीनता के आरोप में अपने बड़े बेटे अजय चौटाला और उनके दो बेटों-दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से बाहर कर दिया था।
इसके बाद 2018 में से अलग होकर उन्होंने जनता जननायक पार्टी बनाई और 2019 में चुनी गई सरकार के किंग मेकर बने। मात्र 31 साल की उम्र में दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम बने थे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि इनेलो व जजपा दोनों 2024 का चुनाव अलग-अलग लड़े तो मुकाबला भाजपा व कांग्रेस का रह जाएगा, लेकिन जजपा व इनेलो यदि राजनीतिक रूप से एकजुट हो गए तो स्वाभाविक रूप से मुकाबला तिकोना होगा और वह वोट बैंक पूरी तरह से बंट जाएगा, जिस पर इनेलो और जजपा के साथ-साथ कांग्रेस भी अपना दावा करती है।
भाजपा की रणनीति भी यही कह रही है कि जजपा व इनेलो को मिलाकर उन्हें अपने साथ जोड़ा जाए, ताकि राज्य में तीसरी बार सरकार बनाने की संभावनाएं बलवती की जा सकें। इसके अलावा, इनेलो व जजपा के अलग-अलग चुनाव लड़ने का पूरा फायदा कांग्रेस को मिल रहा है। 2024 लोकसभा चुनाव में इनेलो और जजपा का वोट बैंक कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हो गया था
हरियाणा में भाजपा उम्मीदवारों की पहली टिकट लिस्ट जारी होने के बाद पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पोते आदित्य चौटाला ने भाजपा में बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। वह इनेलो-बसपा के टिकट पर डबवाली से चुनाव लड़ सकते हैं। बताया जा रहा है आदित्य की इस बारे में इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला से मुलाकात हो चुकी है और चौटाला ने उन्हें आशीर्वाद दे दिया है।
डबवाली हलके में इनेलो का अच्छा वोट बैंक है। आदित्य चौटाला ने डबवाली में 8 सितंबर को मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में वह समर्थकों से रायशुमारी करेंगे। बुधवार को जारी हुई पहली लिस्ट में आदित्य का नाम नहीं आया था। उनका कहना था कि सिंगल पैनल होने के बावजूद नाम पहली सूची में नहीं है। यह उनके लिए शर्मिंदगी की बात है।
आदित्य चौटाला चेयरमैन पद से दे चुके इस्तीफा…
गुरुवार को आदित्या चौटाला ने सरकार में हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। आदित्य चौटाला एक साल पहले चेयरमैन बनाए गए थे। आदित्य चौटाला ताऊ देवीलाल के सबसे छोटे बेटे जगदीश चौटाला के पुत्र हैं।
वह लंबे समय से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। वह सिरसा जिला में पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। आदित्य चौटाला, देवीलाल के पैतृक आवास में अपनी बुआ शांति देवी के साथ रहते हैं और ओम प्रकाश चौटाला बहन से मिलने अक्सर यहां आते रहते हैं।आदित्य चौटाला 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। साल 2019 में उन्हें हरियाणा स्टेट कोऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक लिमिटेड का चेयरमैन बनाया था। आदित्य ने 2019 विधानसभा चुनाव में डबवाली से ही भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह कांग्रेस के अमित सिहाग से चुनाव हार गए थे।आदित्य चौटाला 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। साल 2019 में उन्हें हरियाणा स्टेट कोऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक लिमिटेड का चेयरमैन बनाया था। आदित्य ने 2019 विधानसभा चुनाव में डबवाली से ही भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह कांग्रेस के अमित सिहाग से चुनाव हार गए थे।