मां बनना एक ऐसा एहसास है जो जिंदगी को पूरी तरह से बदल देता है। नई मां के लिए यह समय खुशियों से भरा होता है, लेकिन साथ ही इसमें कई चुनौतियां भी शामिल होती हैं। इनमें से एक बड़ी चुनौती है शिशु को पर्याप्त मात्रा में स्तनपान कराना। स्तनपान यानी ब्रेस्टफीडिंग न सिर्फ शिशु के लिए पोषण का सबसे अच्छा स्रोत है, बल्कि यह मां और बच्चे के बीच एक खास इमोशनल कनेक्शन भी बनाता है। हालांकि, कई बार न्यू मदर्स को दूध की कमी की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में, सही डाइट लेना ब्रेस्ट मिल्क की क्वांटिटी और क्वालिटी, दोनों को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है। आइए जानते हैं ऐसे 6 सुपरफूड्स के बारे में जो नई माओं के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
ओट्स
जई यानी ओट्स एक पौष्टिक और फाइबर से भरपूर आहार है जो ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मददगार माना जाता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो नई माँ के शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और दूध उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। ओट्स में मौजूद बीटा-ग्लूकेन नामक तत्व प्रोलैक्टिन हार्मोन को एक्टिव करता है, जो दूध के प्रोडक्शन में मददगार होता है। नई माएं ओट्स को दलिया, खिचड़ी या स्मूदी के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
मेथी दाना
मेथी दाना सदियों से ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। इन बीजों में फाइटोएस्ट्रोजन और डायोसजेनिन जैसे यौगिक होते हैं, जो दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं। मेथी के बीज को पानी में भिगोकर, चाय बनाकर या खाने में मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
तिल
तिल के बीज कैल्शियम, आयरन और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं, जो नई मां के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। ये बीज ब्रेस्ट मिल्क की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करते हैं और शिशु के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। तिल के बीज को लड्डू, चिक्की या सलाद में मिलाकर खाया जा सकता है। इसके अलावा, तिल का तेल भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, सरसों का साग और ब्रोकली जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां आयरन, कैल्शियम, फोलेट और विटामिन ए से भरपूर होती हैं। ये सब्जियां नई मां के शरीर को पोषण प्रदान करती हैं और ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती हैं। इनमें मौजूद फाइटोएस्ट्रोजन दूध के उत्पादन को प्रोत्साहित करते हैं। हरी सब्जियों को सूप, सब्जी या पराठे के रूप में आहार में शामिल किया जा सकता है।
बादाम और ड्राई फ्रूट्स
बादाम, काजू, अखरोट और खजूर जैसे ड्राई फ्रूट्स नई मां के लिए एक बढ़िया स्नैक्स हो सकते हैं। ये नट्स हेल्दी फैट्स, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जो ब्रेस्ट मिल्क की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं। बादाम में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए भी फायदेमंद होता है। इन्हें सीधे खाया जा सकता है या दूध में मिलाकर सेवन किया जा सकता है। खजूर को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाने से भी फायदा मिलता है।
लहसुन
लहसुन न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में भी मददगार होता है। लहसुन में मौजूद गैलेक्टागॉग नामक तत्व मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नई मां के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। लहसुन को सब्जियों, सूप या दाल में मिलाकर खाया जा सकता है।