कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो दुनियाभर में चिंता का विषय बनी हुई है। यह बीमारी हर साल कई लोगों को अपना शिकार बनाती है और कई लोगों की जान तक छीन लेती है। बावजूद इसके आज भी लोगों में इस बीमारी को लेकर जागरूकता की कमी है। अक्सर शरीर में इस बीमारी के होने पर कई संकेत नजर आते हैं, जिसे लोग आम समझ कर अनदेखा कर देते हैं।
ऐसे में इस बीमारी और इसकी गंभीरता के बारे में लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में सही जानकारी देना है, ताकि इसके गंभीर परिणामों से बचा जा सकें। कैंसर डे के मौके पर आज इस आर्टिकल में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, वैशाली में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (ब्रेस्ट) के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. चिराग जैन से बातचीत की और कैंसर के गंभीर और आम प्रकारों में से लंग कैंसर के बारे में विस्तार से जाना।
कैंसर का गंभीर प्रकार है लंग कैंसर
डॉक्टर ने बताया कि फेफड़े का कैंसर दुनियाभर में चुनौती बना हुआ है। कैंसर का यह प्रकार दुनिया भर में इसी बीमारी से होने वाली लगभग 5 में से 1 मौत के लिए जिम्मेदार है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, यह कैंसर से होने वाली मौत का प्रमुख कारण है, आमतौर पर धूम्रपान इसके प्रमुख रिक्स फैक्टर है, लेकिन स्मोकिंग न करने वालों को भी प्रदूषण और जेनेटिक कारणों से इसके जोखिम का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्मोकिंग छोड़ने के अलावा कुछ अन्य तरीकों से ही इसका खतरा कम किया जा सकता है।
रेडॉन के संपर्क को कम करें
रेडॉन एक नेचुरल रूप से पाई जाने वाली रेडियोएक्टिव गैस है, जो घरों में जमा हो सकती है। खासकर मिट्टी में यूरेनियम के हाई लेवल वाले क्षेत्रों में। यह फेफड़ों के कैंसर का दूसरा प्रमुख कारण है। इसलिए अपने घर के आसपास रेडॉन के लेवल का परीक्षण जरूर करवाएं और जोखिम को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए, जैसे वेंटिलेशन में सुधार करना या रेडॉन-कम करने वाले सिस्टम को फॉलो करना।
वायु प्रदूषण से बचें
कार इमिशन और फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल जैसे वायु प्रदूषकों के लंबे समय तक संपर्क में आने से लंग कैंसर का खतरा बढ़ता है। ऐसे में कोशिश करें ज्यादा ट्रैफिक वाले इलाकों से दूर रहें, खराब एयर क्वालिटी वाले दिनों में बाहरी एक्टिविटी कम करें और अपने घर की हवा साफ बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
पैसिव स्मोकिंग से बचें
स्मोकिंग करना सेहत के लिए हानिकारक है ही, लेकिन इसकी वजह से आपके आसपास लोगों को भी नुकसान पहुंचता है। धूम्रपान करने से आप न सिर्फ खुद को खतरे में डाल रहे हैं, बल्कि आपकी वजह से पैसिव स्मोकिंग का शिकार हुए लोगों का भी खतरा बढ़ता है। इसलिए कोशिश करें कि जल्द से जल्द स्मोकिंग छोड़ दें और अपने आसापस स्मोक- फ्री माहौल बनाएं।
हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज
एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और फाइबर से भरपूर डाइट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि क्रूसिफेरस सब्जियां, जैसे ब्रोकोली, एक्स्ट्रा सुरक्षा देती है। साथ ही रेगुलर एक्सरसाइज भी लंग समेत कई तरह के कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
रेगुलर चेकअप्स
कैंसर के हाई रिस्क वाले लोगों को अपना रेगुलर चेकअप कराना चाहिए। हाई रिस्क वाले लोग जैसे कि फैमिली हिस्ट्री का होना या टॉक्सिन्स के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के लिए, नियमित जांच बेहद जरूरी है, जिससे बीमारी के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने में मदद मिल सकती है और समय रहते सही इलाज से ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।