ज्योतिषियों की मानें तो नहाय-खाय के दिन दुर्लभ भद्रावास योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही सुकर्मा योग का भी संयोग बन रहा है। इन योग में सूर्य देव की उपासना करने से साधक को हर कार्य में सफलता मिलेगी। इस शुभ अवसर पर विनायक चतुर्थी भी मनाई जाएगी। यह पर्व हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।
- छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय मनाया जाता है।
- इस दिन स्नान-ध्यान के बाद सूर्य देव की पूजा की जाती है।
- सूर्य देव की पूजा करने से शुभ कार्यों में सिद्धि मिलती है।
हर वर्ष कार्तिक महीने में छठ पूजा मनाई जाती है। यह पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस पर्व के पहले दिन नहाय-खाय होता है। इसके अगले दिन खरना होता है। वहीं, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को संध्याकाल में डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है। जबकि, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को उगते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। नहाय-खाय के पहले दिन व्रती स्नान-ध्यान कर पूजा करती हैं। इसके बाद भोजन ग्रहण करती हैं। इस दिन सात्विक भोजन ही ग्रहण किया जाता है। अगर आप भी सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं, तोनहाय खाय के पहले दिन पूजा के पश्चात इन चीजों का दान करें।
- अगर आप सुखों में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो नहाय-खाय के पहले दिन अरवा चावल का दान करें। सामान्य जन चावल का भी दान कर सकते हैं। इसके अलावा, दूध, दही, घी आदि चीजों का भी दान कर सकते हैं।
- अगर आप पद प्रतिष्ठा में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो नहाय-खाय के दिन चने की दाल, मूंग की दाल, पके केले, पके पपीते, पीले रंग के वस्त्र का दान करें। इन चीजों के दान से देवगुरु बृहस्पति की कृपा साधक पर बरसती है।
- सूर्य देव की कृपा पाने के लिए नहाय-खाय के दिन गुड़ और लाल रंग के वस्त्र का दान करें। इन चीजों के दान से सूर्य देव की कृपा साधक पर बरसती है। उनकी कृपा से करियर और कारोबार का नया आयाम मिलता है।
- छठ पूजा के दौरान सूर्य देव की उपासना की जाती है। इसके लिए नहाय-खाय से लेकर भोर के अर्घ्य देने तक अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार दान-पुण्य अवश्य करें। इस दौरान आप बुध देव की कृपा पाने के लिए गन्ने, हरे रंग के फल और हरी सब्जियों का दान करें। इन चीजों का दान करने से कारोबार में तरक्की होती है।