सोने की कीमतों गिरावट का सिलसिला जारी है। वहीं, चांदी भी 200 रुपये सस्ती हो गई है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, सोने को लेकर कारोबारियों का रुख ग्लोबल लेवल पर काफी कमजोर रहा। जौहरियों ने भी सोने की खरीद में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई।
इसके चलते 24 कैरेट वाले सोने का दाम 800 रुपये गिरकर 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह 79,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। गुरुवार को चांदी भी 2,000 रुपये गिरकर 90,000 रुपये प्रति किलो पर आ गई। एक दिन पहले यह 92,000 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।
व्यापारियों का कहना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की। यह सोने के लिए अच्छा संकेत है। लेकिन, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के आक्रामक रुख अपनाने से सर्राफा की कीमतों में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि फेड अब 2025 के अंत तक ब्याज दरों में दो बार कटौती का अनुमान लगाता है। सितंबर में उसने चार बार दर कटौती का अनुमान लगाया था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, “फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के बाद सोने में भारी गिरावट आई, क्योंकि फेड ने अगले साल के लिए ब्याज दरों में कटौती को पहले के अनुमान से कम बताया है।” अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी 2.47 प्रतिशत गिरकर 29.98 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
एबन्स होल्डिंग्स के सीईओ चिंतन मेहता ने कहा, “निवेशक गुरुवार देर रात जारी होने वाले अमेरिकी साप्ताहिक बेरोजगारी दावों के आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। इससे श्रम बाजार की मजबूती का आकलन करने में मदद मिलेगी। शुक्रवार को व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) मूल्य सूचकांक के आंकड़े आएंगे। उनकी भी अहमियत काफी ज्यादा रहेगी।”
पिछले स्तरों की तुलना में बुलियन मार्केट में गिरावट जरूर आई है, लेकिन निवेशक धीरे-धीरे अपना निवेश बढ़ाएंगे। इससे कीमतें मजबूत हो सकती हैं। एबन्स होल्डिंग्स के मेहता ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी होगी, लेकिन ब्याज दरों में अतिरिक्त कटौती में किसी भी तरह की देरी से नियर टर्म में सोना सस्ता हो सकता है। यह गोल्ड में निवेश का अच्छा मौका भी होगा।
मिलवुड केन इंटरनेशनल के फाउंडर और सीईओ निश भट्ट ने कहा, ‘हमें लगता है कि अस्थिरता जारी रहेगी, मुख्य संकेत अमेरिका में नए प्रशासन और व्यापार शुल्कों की घोषणा से होंगे।’ उन्होंने कहा कि व्यापारियों को उम्मीद है कि बाजारों में भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए सोने की कीमतें मजबूत रहेंगी। हालांकि, रुपये में कुछ कमजोरी देखने को मिलेगी।