आजकल की व्यस्त जीवनशैली में विटामिन-डी की कमी एक आम समस्या बन गई है। इसके साथ ही वायु प्रदूषण और सर्दी की वजह से भी धूप कम निकल रही है, जो विटामिन-डी की कमी का एक कारण है। विटामिन-डी न केवल हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। धूप में बैठना विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत है, लेकिन कई कारणों से हम सभी पर्याप्त धूप नहीं ले पाते हैं। ऐसे में अपनी डाइट में कुछ खास ड्रिंक्स शामिल करके हम विटामिन-डी की कमी को दूर कर सकते हैं।
संतरे का जूस न केवल विटामिन-सी का, बल्कि विटामिन-डी का भी एक अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व भी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। घर पर ताजा संतरे का जूस निकालकर पीना सबसे अच्छा विकल्प है। दूध कैल्शियम और विटामिन-डी का एक बेहतरीन स्रोत है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है। विटामिन-डी की कमी को पूरा करने के लिए दूध पीना चाहिए।
इससे कैल्शियम भी मिलता है, जो हड्डियों की मजबूती बनाए रखने में मददगार है। योगर्ट में विटामिन-डी के साथ-साथ प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स भी होते हैं। आप योगर्ट में अपने पसंदीदा फल और दही मिलाकर एक स्वादिष्ट और पौष्टिक स्मूदी बना सकते हैं। इससे विटामिन-डी की कमी पूरा करने के साथ-साथ पाचन को भी दुरुस्त रखने में मदद मिलती है।
सोया मिल्क वीगन लोगों के लिए विटामिन-डी का एक अच्छा विकल्प है। इसमें विटामिन-डी के साथ-साथ प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में होता है। इसलि
गाजर का जूस न केवल आंखों के लिए अच्छा है, बल्कि इसमें विटामिन-डी भी पाया जाता है। आप गाजर के जूस में थोड़ा-सा नींबू का रस भी मिला सकते हैं। सर्दियों में गाजर का जूस पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
- थकान
- हड्डियों का दर्द
- मांसपेशियों की कमजोरी
- मूड स्विंग्स
- बार-बार बीमार पड़ना
- धूप में नियमित रूप से बैठें।
- डॉक्टर की सलाह से विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लें।
- मछली सैमन, मैकेरल), अंडे की जर्दी और मशरूम जैसे फूड्स खाएं।
- विटामिन डी की जरूरत- विटामिन-डी की जरूरत उम्र, लिंग और हेल्थ कंडीशन के आधार पर अलग-अलग होती है।
- विटामिन डी की ज्यादा मात्रा खतरनाक- विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा हानिकारक हो सकती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स न लें।
- विटामिन डी की कमी के अन्य कारण- सिर्फ धूप में समय न बिताना विटामिन-डी की कमी का एकलौता कारण नहीं है। कुछ दवाएं, पाचन समस्याएं और किडनी की बीमारियां भी विटामिन-डी की कमी का कारण बन सकती हैं।