हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाई जाती है. इस साल यह व्रत 6 सितंबर को पड़ रहा है. महिलाएं और कुंवारी युवतियां हर साल इस व्रत का बेसब्री से इंतजार करती हैं. इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. मान्यता है कि सच्चे मन से शिव-पार्वती की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में हमेशा खुशी बनी रहती है. दांपत्य जीवन समस्या मुक्त रहता है. पति को लंबी आयु प्राप्त होती है. अगर आपके वैवाहिक जीवन में लंबे समय से बाधा बनी हुई है. आप सुख-शांति से वंचित हैं, तो हरतालिका व्रत को करें. आईए इस व्रत के महत्व को जानते हैं
इस व्रत में महादेव के साथ माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करें. हरतालिका तीज व्रत की कथा जरूर सुनें. माता पार्वती को खीर का भोग लगाएं. इस प्रसाद को पति को जरूर खिलाएं. कहते हैं, इससे पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है और दांपत्य जीवन सुखमय बनता है.
इस दिन विधि अनुसार पूजा संपन्न करें. पांच बुजुर्ग सुहागिन महिलाओं को कपड़े दान करें. उन महिलाओं से सौभाग्यवती का आशीर्वाद लें. ऐसा करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती हैं.
अगर महिलाओं के दाम्पत्य जीवन में बाधाएं बनी हुई हैं तो आप हरतालिका तीज के दिन शिवलिंग पर जल में कच्चा दूध मिलाकर चढ़ाएं. भोलेबाबा प्रसन्न होंगे. मनोकामना पूर्ण करेंगे. साथ ही गंगाजल के साथ केसर मिलाइए और थोड़ी-थोड़ी मात्रा करके 7 बार में शिवलिंग पर अर्पित करें.
कुंवारी कन्याएं अगर मनचाहा वर पाने के लिए हरतालिका तीज पर व्रत रख रही हैं, तो इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. फिर, भगवान शिव और माता पार्वती के मंदिर जाएं. मंदिर में भोलेनाथ के साथ माता पार्वती को लाल गुलाब के फूल अर्पित करें. अंत में, नंदी और भगवान शिव को शहद चढ़ाकर मां पार्वती से मनचाहे वर के लिए प्रार्थना करें. ऐसा करने से देवी पार्वती की कृपा बरसती है और मनचाही मुरादें भी पूरी हो सकती है.