धार्मिक मत है कि जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। देवी मां चामुंडा अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। इस शुभ अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष 11 अक्टूबर को संधि पूजा है।
- शारदीय नवरात्र का सनातन धर्म में विशेष महत्व है।
- इस दौरान जग की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है।
- संधि पूजा के दौरान देवी मां चामुंडा की पूजा की जाती है।
हर वर्ष आश्विन माह में शारदीय नवरात्र मनाया जाता है। यह पर्व आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मनाया जाता है। इस वर्ष 03 अक्टूबर से लेकर 11 अक्टूबर तक शारदीय नवरात्र है। इस दौरान जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा एवं उपासना की जाती है।
साथ ही मां दुर्गा और उनके स्वरूपों के निमित्त व्रत रखा जाता है। नवरात्र के नौ दिनों तक व्रत रखने से साधक पर जगत जननी मां दुर्गा की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। नवरात्र के दौरान संधि पूजा की जाती है। इस दौरान मां दुर्गा के चामुंडा स्वरूप की पूजा की जाती है। आइए, संधि पूजा के बारे में सबकुछ जानते हैं-