हिमाचल प्रदेश के शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद अब मंडी में भी मस्जिद पर बवाल शुरू हो गया है। मंडी के जेल रोड में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को रैली निकाली। प्रदर्शन रैली मंडी शहर से सकोडी चौक की और बढ़ रही थी, तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की। बता दें कि कंगना रनौत मंडी से ही बीजेपी सांसद हैं।हालांकि, मस्जिद के अवैध निर्माण को मुस्लिम समाज के लोगों ने खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया है। इसके बाद भी राज्य में बढ़ते अवैध मस्जिदों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध जताया। मंडी प्रशासन ने हालात को देखते हुए बीएनएसएस की धारा 163 (पहले 144) लगा दी है। इसके अलावा, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। मंडी शहर की चारों तरफ से बैरिकेडिंग की गई है। मंडी अवैध मस्जिद मामले पर हिन्दू संगठन के लोग हजारों की संख्या में विरोध करते हुए अवैध मस्जिद को गिराने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के लोगों को छोटी काशी से बाहर करने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह मस्जिट हिमाचल सरकार की जगह पर है जिसे तोड़ना होगा। लोगों का कहना है कि अवैध निर्माण नहीं होगा। बता दें शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद निर्माण को लेकर उपजा विवाद भी अभी शांत होने का नाम नहीं ले रहा है
इधर डीसी मंडी अपूर्व देवगन का कहना है कि जिला प्रशासन कानून और नियमों के तहत कार्रवाई कर रहा है। ऐसे में किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन का औचित्य नहीं रह जाता। उन्होंने बताया कि मंडी शहर के सात वार्डों में बीएनएसएस की धारा 163 लगाई गई है। यदि किसी ने उपद्रव किया और अशांति फैलाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कानूनन कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी।
बता दें कि शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद परिसर में अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिसकर्मियों से झड़प भी हुई थी. प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद की ओर मार्च करते हुए ‘हिमाचल ने ठाना है, देवभूमि को बचाना है’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे लगाए थे। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की थी, जिसे लोगों ने तोड़ दिया और आगे बढ़ने लगे थे। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन चलाया और लाठीचार्ज किया था।