Budh Vakri: ज्योतिषीय गणना के अनुसार ग्रहों के राजकुमार बुध 26 नवंबर को सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर वक्री हो गए हैं. 15 दिसंबर तक बुध वक्री रहेंगे. इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा. बुध को धन, प्रसिद्धि और सुख-समृद्धि का कारक कहा जाता है. बुध को वाणी, बुद्धि, त्वचा और मस्तिष्क के तंत्रिका तंत्र का कारक भी कहा जाता है.बुध व्यक्ति को ज्ञान और वाक्पटुता प्रदान करता है. ऐसे में इस दौरान सभी लोगों को भगवान बुद्ध को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए.
- हरा वस्त्र धारण करें
- भगवान बुद्ध की पूजा करें
- श्री विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र का जाप करें
- बुध बीज मंत्र ‘ओम ब्रां ब्रौं सः बुधाय नमः’ का जाप करें.
- भगवान गणेश और श्री कृष्ण भगवान की पूजा करें
- सुबह स्नान के बाद नवग्रह मंदिर जाएं.
- बुध देव को हरा वस्त्र अर्पित करें
- प्रसाद के रूप में चावल व दही और गुड़ चढ़ाएं.
- भगवान गणेश और देवी दुर्गा को शमी के पत्ते अर्पित करें.
- हवन में शमी के पत्तों का प्रयोग करें.
- किसी किन्नर को अपनी क्षमता के अनुसार अन्न, धन, वस्त्र का दान करें.
- गाय को हरी घास या पालक खिलाएं
- तुलसी का पौधा लगाएं और नियमित रूप से इस पौधे की पूजा करें और इसमें जल चढ़ाएं.