भोपाल। मध्यप्रदेश में नवरात्रि पर्व पर आयोजित होने वाले गरबा महोत्सव में दूसरे धर्म को लेकर कहीं प्रतिबंध तो कही ड्रेस की बाते सामने आ रही है। इसी कड़ी में राजधानी भोपाल में आयोजकों ने गरबे में सिर्फ सनातनी हिंदू की एंट्री दिए जाने की बात कही जा रही है। इस संबंध में गरबा स्थल पर एंट्री को लेकर पोस्टर लगाए गए है। पोस्टर पर लिखा- प्रवेश केवल हिंदू सनातनी परिवार के लिये है।
मामले को लेकर भोजपाल गरबा उत्सव के सुनील यादव ने कहा कि गरबा पंडालों में माता जी की आराधना की जाती है, यहां पर दूसरे धर्म की क्या आवश्यकता है। किसी मुस्लिम को अगर गरबे में आना है तो पहले उसे हिंदू धर्म अपनाना होगा। हिंदू धर्म जबतक अपनाएगा तबतक वो शख्स माताजी में आस्था नहीं रख सकता। भोजपाल गरबा उत्सव में पहचान पत्र लाना भी अनिवार्य है। पहचान पत्र, माथे पर तिलक, हाथ में कलावा पहनने वालों को गरबा पंडाल में एंट्री दी जाएगी। गरबे में बजने वाले गाने को लेकर भी गाइडलाइन बनाई गई है। गरबे में वही गाने बजेंगे जो पहले से तय है। गरबे में किसी तरीके के फूहड़ गाने नहीं बजेंगे
गरबा पंडालों में सिर्फ सनातनी हिंदुओं को एंट्री मामला में कांग्रेस और बीजेपी के बयान भी सामने आए है। कांग्रेस प्रवक्ता अवनीश बुंदेला ने कहा कि- देश का संविधान सभी धर्म को त्यौहार मनाने की आजादी देता है। आयोजनकर्ता इस तरीके का फैसला लेते तो यह गलत हैं, अगर वहां पर कोई गड़बड़ी करता है तो यह कानून का विषय। कानून को अपना काम करने देना चाहिए ना की इस तरीके के फैसले लेना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि- आयोजनकर्ता ने जो फैसला लिया वो निजी है। यह कांग्रेस और बीजेपी का विषय नहीं यह उनका खुद का फैसला है। कांग्रेस इस मुद्दे पर ना बोले क्योंकि वो तुष्टिकरण की राजनीति करती है।