बृहस्पति के कमजोर होते ही व्यक्ति के काम बिगड़ने लगते हैं. कड़ी मेहनत के बावजूद मनचाहा परिणाम नहीं मिल पाता है. गुरु दोष के कारण विवाह, वैवाहिक जीवन, संतान सुख, शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, धन और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं. यदि कुंडली में बृहस्पति अनुकूल नहीं है या बृहस्पति शुभ है लेकिन आप इसे और अधिक शुभ बनाना चाहते हैं तो नियमित रूप से विशेष पूजा करनी चाहिए.
राजस्थान के जयपुर के दुर्गापुरा में महारानी फार्म स्थित देव गुरु बृहस्पति धाम मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं. दुनिया के एकमात्र बृहस्पति धाम मंदिर में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं ने मत्था टेका और अपनी मनोकामनाएं पूरी कीं. बृहस्पति के अशुभ प्रभाव के कारण ये समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. गुरुवार का व्रत करने के बाद भगवान बृहस्पति को पीले फूल, चने की दाल, साबुत हल्दी, पीले वस्त्र,
पीले फल, पीला चंदन, गाय का घी जैसी चीजें अर्पित करनी चाहिए. कुंडली में दोष के आधार पर अलग-अलग दोषों के अलग-अलग उपाय हो सकते हैं. दुनिया भर में लाखों लोग बृहस्पति की स्थिति से पीड़ित हैं और इसे शांत करने के लिए उपचार और पूजा करते हैं. लेकिन उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती. क्या आप जानते हैं कि आप भगवान गुरु बृहस्पति का आशीर्वाद पाने के लिए दुनिया के एकमात्र बृहस्पति धाम मंदिर में सीधे गुरु बृहस्पति की पूजा कर सकते हैं.