हिंदू धर्म में शालिग्राम को भगवान विष्णु के ही रूप में पूजा जाता है। शास्त्रों में इस बात का वर्णन मिलता है कि यदि नियमानुसार भगवान शालिग्राम की पूजा-अर्चना की जाए तो इससे साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि यदि आपके घर में शालिग्राम जी स्थापित हैं तो कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
- भगवान विष्णु का स्वरूप हैं शालिग्राम भगवान।
- नियमित रूप से करें शालिग्राम जी की पूजा।
- साधक को मिलता है सुख-समृद्धि का आशीर्वाद।
हिंदू धर्म में शालिग्राम जी की पूजा का भी विशेष महत्व माना गया है। नियमित रूप से भगवान विष्णु के इस रूप की पूजा-अर्चना करने से साधक पर देवी-देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है, जिससे साधक का जीवन खुशियों से परिपूर्ण होता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि शालिग्राम जी की पूजा के दौरान किन बातों का खास तौर से ख्याल रखना चाहिए, ताकि आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो।
यदि आपके घर में शालिग्राम जी स्थापित हैं, तो उनकी पूजा नियमित रूप से करनी चाहिए और पूजा का क्रम टूटना नहीं चाहिए। शालिग्राम जी की पूजा में स्वच्छता और पवित्रता का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। इस बात का भी खासतौर से ध्यान रखें कि घर में केवल एक ही शालिग्राम होना चाहिए, अन्यथा आपको वास्तु दोष का सामना करना पड़ सकता है। जिस घर में शालिग्राम जी स्थापित होते हैं, वहां कभी भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।