शेयर बाजार में कल से नवंबर महीना का आखिरी कारोबारी हफ्ता शुरू होगा। यह हफ्ता कई कारणों से जरूरी रहने वाला है। इस हफ्ते बाजार की चाल को कई फैक्टर्स इफेक्ट करेंगे। ऐसे में निवेशकों को हम नीचे बताएंगे कि इस हफ्ते शेयर बाजार के लिए कौन-से फैक्टर्स अहम रहने वाले हैं।मार्केट एनलिस्ट के अनुसार ग्लोबल ट्रेंड्स और एफआईआई ट्रेडिंग एक्टिविटी के अलावा विधानसभा चुनाव के नतीजों का भी असर स्टॉक मार्केट पर पड़ेगा।
शुक्रवार को शेयर बाजार के दोनों सूचकांक यानी बीएसई और एनएसई तेजी के साथ बंद हुए थे। इस तेजी ने बाजार को राहत की सांस दी। दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों से बाजार में करेक्शन हो रहा था। इस करेक्शन के कारण दोनों सूचकांक अपने ऑन-टाइम हाई से गिरकर निचले स्तर पर पहुंच गए। आपको बता दें कि पिछले पांच महीनों में यह पहली बार है कि जब एक कारोबारी सत्र में स्टॉक एक्सचेंज 2.5 फीसदी चढ़ा है।
इसके आगे संतोष मीना ने कहा कि चुनावी जीत के बाद जहां एक तरफ तेजी की उम्मीद है तो वहीं भू-राजनीतिक चिंताओं के कारण बाजार को गिरावट का सामना भी करना पड़ सकता है। दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच चल रही चिंता के कारण क्रूड ऑयल की कीमतों में एक बार फिर से तेजी आई। एफआईआई फ्लो के कारण हाल में ही शेयर बाजार में करेक्शन हुआ है।
ऐसे में आगे भी निवेशकों को एफआईआई फ्लो पर नजर बनाए रखने की जरूरत है। यूएस डॉलर इंडेक्स के मजबूत होने और यूएस बॉन्ड यील्ड में तेजी आने के कारण विदेशी निवेशकों ने आउटफ्लो का रूख अपनाया है।ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड और रुपया-डॉलर भी स्टॉक मार्केट का ट्रिगर्स रहेगा। इनके अलावा यूएस के इकोनॉमिक डेटा जैसे जीडीपी ग्रोथ और ग्लोबल ट्रिगर्स भी स्टॉक मार्केट की चाल को काफी प्रभावित करेगा।