सर्दियों में ताजे मटर का स्वाद लेने का अपना ही मजा होता है. ठंड के तीन चार महीनों में इतने अच्छे मटर आते हैं की लोगो को लगता है उस से क्या क्या डिश बना लिया जाए. मटर की सब्ज़ी, पराठा,कचौड़ी और इसी तरह की ना जाने कितनी ही डिश ठंड के मौसम में सभी के घरों में बनती है. पर ठंड जाने के बाद जब मटर आना बंद हो जाते है तो हम इसके स्वाद और इससे बनने वाली डिश को बहुत ज़्यादा मिस करते हैं.
सबसे पहले मटर को अच्छे से धोकर उसके दानों को छील लें.एक बड़े बर्तन में पानी उबालें और उसमें मटर के दानों को 2-3 मिनट के लिए डुबोकर उबालें. इससे मटर के दानों की कोशिकाएं बंद हो जाती हैं और इनमें ताजगी बनी रहती है.फिर तुरंत मटर को ठंडे पानी में डालकर ठंडा करें. इस प्रक्रिया को “ब्लांचिंग” कहते हैं.ब्लांच किए हुए मटर को सुखाकर फ्रीज़र बैग में भरकर फ्रीज करें. इस तरह, मटर सालभर तक ताजा और स्वादिष्ट बनी रहती है.
दूसरा तरीका ये है की मटर को अच्छे से धोकर सुखा लें. इसके बाद मटर के दानों को धूप में या डिहाइड्रेटर में सुखा सकते हैं.सूखे हुए मटर को एयरटाइट कंटेनर में भरकर स्टोर करें. इस विधि से मटर का स्वाद और पोषण लंबे समय तक बना रहता है. मटर को ब्लांच करने के बाद, आप चाहें तो मटर के दानों के साथ कुछ ताजे हरे पत्ते, जैसे धनिया या पुदीना, डालकर पैक कर सकते हैं. इससे मटर में एक अलग स्वाद और खुशबू आएगी, और वे लंबे समय तक ताजे रहेंगे.