सनातन धर्म में मकर संक्रांति तिथि का विशेष महत्व है। यह पर्व सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने की तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान कर सूर्य देव की पूजा की जाती है। साथ ही दान-पुण्य किया जाता है। सूर्य देव की उपासना करने से साधक को करियर में मनमुताबिक सफलता मिलती है।
सनातन शास्त्रों में निहित है कि मकर संक्रांति तिथि पर सूर्य देव अपने पुत्र शनिदेव से मिलने उनके घर पर गये थे। इस समय शनिदेव ने काले तिल से अपने पिता का स्वागत किया था। इसके लिए मकर संक्रांति तिथि पर काले तिल का दान किया जाता है। इसके अलावा, साधक अपनी सुविधा अनुसार इन चीजों का भी दान कर सकते हैं।
- मेष राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन मूंगफली, गुड़ और शहद का दान करें।
- वृषभ राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन सफेद तिल और तिल के लड्डू का दान करें।
- मिथुन राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन साबुत मूंग और हरी सब्जियों का दान करें।
- कर्क राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन दूध, चावल और उड़द दाल का दान करें।
- सिंह राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन गेहूं, गुड़, चिक्की आदि चीजों का दान करें।
- कन्या राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन गन्ने और हरे रंग के कपड़े का दान करें।
- तुला राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन पोहा (चूड़ा), दही और तिल का दान करें।
- वृश्चिक राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन मूंगफली, शहद और चिक्की का दान करें।
- धनु राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन पीले रंग के कपड़े और लड्डू का दान करें।
- मकर राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन उड़द की दाल और काले तिल का दान करें।
- कुंभ राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन कंबल और चमड़े के चप्पल-जूते का दान करें।
- मीन राशि के जातक मकर संक्रांति के दिन बेसन, चने की दाल और पके केले का दान करें।