तो मोदी-योगी जेल में होते! नई दिल्ली: पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी अपने बेधड़क बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई अवसरों पर बेहिचक अपनी राय रखी है, बेहद कठोर और दोटूक शब्दों में। उनके बयान सोशल मीडिया पर वायरल भी होते रहे हैं। बीत दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया पर एक बयान को स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि पुरी के शंकराचार्य ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभी जेल में होते, लेकिन देश में न्याय व्यवस्था ही कमजोर है। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि क्या यह बयान सच में शंकराचार्य का ही है या फिर सोशल मीडिया पर झूठे दावे किए जा रहे हैं?
ओडिशा स्थित पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के हवाले से एक बयान को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर शेयर किया जा रहा है। पोस्ट में लिखा गया है, ‘भारत में अगर मजबूत न्याय व्यवस्था होती तो प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ जेल में होते।’हमने जब इस दावे की पड़ताल करनी शुरू की तो हमें बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी का एक पोस्ट मिला। स्वामी ने एक्स यूजर हर्ष तिवारी के पोस्ट को रीपोस्ट किया और लिखा- निडर जगतगुरु। हर्ष तिवारी ने अपने पोस्ट में पुरी शंकराचार्य की तस्वीर लगाकर अंग्रेजी में जो लिखा है, उसका अर्थ है, ‘अगर देश की न्याय प्रणाली मजबूत होती तो मोदी और योगी जेल में होते।’
सुब्रमण्यन स्वामी का यह एक्स पोस्ट मिलने के बाद हमने और छानबीन की तो चार दिन पहले की एक खबर हाथ लग गई। यह खबर प्रकाशित हुई है जिसकी हेडिंग है- ‘स्वस्थ न्याय तंत्र होता तो मोदी-योगी जेल में होते’:उज्जैन में शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती बोले- एक आतंकी को शंकराचार्य बना दिया.इसी खबर के थमनेल में एक वीडियो लगा है। इस वीडियो में शंकराचार्य कह रहे हैं, ‘गुजरात की यात्रा पर था, वो (नरेंद्र मोदी) मुख्यमंत्री थे। एक आतंकवादी शंकराचार्य बनके घूम रहा था। पुरी के ही एक व्यक्ति पुलिस अधीक्षक (एसपी) थे। उस आतंकवादी को जेल में डालना चाहते थे। मोदी जी मुख्यमंत्री थे, उन्होंने जेल में नहीं डालने दिया। आतंकवाद के पूरे पक्षधर मोदी जी हैं। एक आतंकवादी को देश-विदेश में शंकराचार्य बनाकर घुमा रहे हैं। यही मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का दायित्व है क्या?’ फिर वो कहते हैं, ‘भारत में कोई स्वस्थ न्यायतंत्र होता, योगी और मोदी को जेल के शिकंजे में बंद कर देता।’ शंकराचार्य के इतना कहते ही तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देती है। इसी बीच शंकराचार्य कहते हैं, ‘इससे ज्यादा अपराध क्या होगा?’ तालियां बजती रहती हैं और शंकराचार्य आगे कहते हैं, ‘आतंकवादी को शंकराचार्य बनाकर घुमाने वाले मोदी-योगी को दंड देने वाला कोई शासनतंत्र, न्यायतंत्र भारत में नहीं है।’