आज के दौर में लाइफस्टाइल में बदलाव अनियमित कार्य करने का समय तनाव और जंक फूड जैसी आदतों से डायबिटीज के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एक्सपर्ट का कहना है कि डायबिटीज का समय रहते पहचान करना बेहद जरूरी है। क्योंकि बीमारी की पहचान न होने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
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- भारत में बढ़ रहे डायबिटीज के मरीज।
- डायबिटीज का समय रहते पहचान करना जरूरी।
आज के दौर में डायबिटीज तेजी से अपने पैर पसार रहा है। छोटे बड़े हर वर्ग के लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। चाहे शहरी इलाके हों या ग्रामीण क्षेत्र, हर जगह डायबिटीज के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। लाइफस्टाइल में बदलाव, अनियमित कार्य करने का समय, तनाव और जंक फूड जैसी आदतों से डायबिटीज के मामलों में इजाफा हो रहा है।
न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक के कंसल्टेंट पैथालॉजिस्ट डॉक्टर आकाश शाह का कहना है कि डायबिटीज की समय रहते पहचान करना बेहद जरूरी है। क्योंकि बीमारी की पहचान न होने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। डायबिटीज से दिल से जुड़ी बीमारियां, किडनी डैमेज होना, आंखों की रोशनी का जाना जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। यहां तक कि अंगों काे काटना तक पड़ सकता है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें ब्लड शुगर लेवल अधिक हो जाता है, जो समय के साथ दिल, आंखों, किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।
इसमें सबसे नॉर्मल है, जो खासकर यंग जनरेशन में देखने को मिल रही है। इसमें शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है। वहीं, टाइप 1 डायबिटीज की बात करें ताे ये एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर खुद से इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता और इसका इलाज केवल इंसुलिन इंजेक्शन से ही किया जा सकता है।