विटामिन-डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो हमारे शरीर में कई अहम भूमिका निभाता है। इसलिए इसकी कमी हमारी सेहत पर कहर बरपा सकती है। इसकी कमी से होने वाली परेशानियों में डिप्रेशन भी शामिल है। अब आप सोच रहे होंगे कैसे तो आइए इसका जवाब जानते हैं कि कैसे विटामिन-डी की कमी डिप्रेशन की वजह बन सकता है और इससे कैसे बचें।
- विटामिन-डी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है।
- इसकी कमी की वजह से डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ सकता है।
- विटामिन-डी की कमी के कारण हड्डियां भी कमजोर हो जाती हैं।
आजकल डिप्रेशन एक आम समस्या बन गई है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक कारण विटामिन-डी की कमी भी हो सकती है। विटामिन-डी, जिसे “सनशाइन विटामिन” भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण कामों को करता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है, इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है और मूड को भी नियंत्रित करता है।
इन वजहों से विटामिन-डी शरीर के लिए काफी जरूरी माना जाता है। हालांकि, आमतौर पर लोगों में विटामिन-डी की कमी ही पाई जाती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक है धूप में कम समय बिताना है। विटामिन-डी की कमी के कारण शरीर में कई परेशानियां हो सकती हैं, जैसे- हड्डियों का कमजोर होना, बाल झड़ना आदि, लेकिन क्या आप जानते हैं, इसकी वजह से डिप्रेशन भी हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे और किन तरीकों से विटामिन-डी की कमी को दूर किया जा सकता है।
विटामिन-डी की कमी डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकती है। विटामिन-डी दिमाग में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जो एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड को नियंत्रित करता है। जब विटामिन-डी का स्तर कम होता है, तो सेरोटोनिन का स्तर भी कम हो सकता है, जिससे डिप्रेशन होने का खतरा बढ़ जाता है। विटामिन-डी की कमी अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे चिंता, बाईपोलर डिसऑर्डर और सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) से भी जुड़ी हुई है।