गाजर एक बेहद फायदेमंद सब्जी है, लेकिन कुछ लोगों को इसका अत्यधिक सेवन करना हानिकारक हो सकता है. गाजर में विटामिन A की भरपूर मात्रा होती है, जो स्वस्थ त्वचा, दृष्टि और इम्यून सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है. हालांकि, जब इसका सेवन अत्यधिक किया जाता है, तो यह शरीर में विटामिन A का अत्यधिक संचय कर सकता है, जिसे हाइपरविटामिनोसिस A कहते हैं. इससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे त्वचा का पीला पड़ना, सिरदर्द, उल्टी, और यकृत पर असर.
गाजर में शक्कर की मात्रा होती है, जो रक्त शर्करा को बढ़ा सकती है. मधुमेह के रोगियों को गाजर का सेवन सीमित करना चाहिए, खासकर जब वे उसका जूस पीते हैं, क्योंकि जूस से फाइबर निकल जाता है और शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है. जिन लोगों को गैस्ट्रिक या एसिडिटी की समस्याएं होती हैं, उन्हें गाजर का अत्यधिक सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह पेट में ज्यादा एसिड पैदा कर सकता है और एसिडिटी को बढ़ा सकता है.
जिन लोगों को पेट में अल्सर हो, उन्हें गाजर का ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह पेट की दीवारों पर असर डाल सकता है. बच्चों में यदि गाजर का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए, तो यह उनकी त्वचा को पीला बना सकता है, जिसे कैरोटेनेमिया कहा जाता है. यह एक अस्थायी स्थिति होती है, लेकिन फिर भी इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. इसलिए, भले ही गाजर सेहत के लिए लाभकारी है, इसका सेवन संतुलित और संयमित मात्रा में करना चाहिए, ताकि इसके किसी भी नकरात्मक प्रभाव से बचा जा सके.