ज्यादातर हिंदू घरों में लड्डू गोपाल की पूजा बड़े ही भक्ति-भाव के साथ की जाती है। ऐसे में यदि आप भी अपने घर में लड्डू गोपाल की मूर्ति लाने का मन बना रहे हैं तो उससे पहले पूजा के कुछ नियम जरूर जान लेने चाहिए। तो चलिए पढ़ते हैं कान्हां जी की सेवा के कुछ नियम ताकि आपको उनकी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
- भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप हैं लड्डू गोपाल की पूजा।
- नियमित रूप से करनी चाहिए लड्डू गोपाल की पूजा।
- कान्हां जी की कृपा से परिवार में बनी रहती है सुख-शांति।
माना जाता है कि यदि विधिवत रूप से लड्डू गोपाल जी की पूजा-अर्चना की जाए तो इससे घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। लड्डू गोपाल की पूजा में कई तरह के नियम शामिल होते हैं, जिनका ध्यान रखा जाना जरूरी है। ऐसे में चलिए जानते हैं लड्डू गोपाल की सेवा से जुड़े कुछ जरूरी नियम।
वास्तु शास्त्र में लड्डू गोपाल की मूर्ति को स्थापित करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व दिशा अर्थात ईशान कोण को सबसे बेहतर माना गया है। इस दिशा में यदि आप लड्डू गोपाल जी की मूर्ति स्थापित करते हैं, तो इसे एक आध्यात्मिक ऊर्जा घर में बनी रहती है। इस बाद का ध्यान रखें कि मूर्ति को हमेशा किसी ऊंचे स्थान पर स्थापित करना चाहिए।