जगत के पालनहार भगवान विष्णु को पूर्णिमा का पर्व समर्पित है। इस शुभ तिथि पर गंगा स्नान और मंदिर या गरीब लोगों में दान करना शुभ माना जाता है। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इन कामों को करने से जातक को जन्म जन्मांतर में किए गए पापों से छुटकारा मिलता है। साथ जी जीवन में आ रहे संकट दूर होते हैं। माना जाता है कि कुंडली में चंद्रमा कमजोर होने से जातक को जीवन में आर्थिक समस्याएं, मनसिक तनाव और घर एवं परिवार की समस्याएं आदि होती हैं। ऐसे में मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर सफेद चीजों का दान करने से चंद्र दोष खत्म होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन किन चीजों का दान करना जातक के जीवन के लिए फलदायी साबित होगा।
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 14 दिसंबर को दोपहर 04 बजकर 58 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 15 दिसंबर को दोपहर को 02 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में मार्गशीर्ष पूर्णिमा का पर्व 15 दिसंबर को मनाया जाएगा।
- अगर आप काम में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मंदिर या गरीब लोगों में चावल का दान करें। इसके अलावा चावल की खीर बनाकर भी दान कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन चावल का दान करने से जातक के रुके हुए काम पूरे होते हैं।
- मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुबह पूजा-अर्चना करने के बाद दूध का दान करें। इससे घर में से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
- अगर आप धन में वृद्धि चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन चांदी का दान करें। ऐसी मान्यता है कि चांदी का दान करने से कुंडली में चंद्र ग्रह मजबूत होता है और धन एवं जातक के मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
- मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर सुहागिन महिलाओं को श्रृंगार की चीजों का दान करें। माना जाता है कि इन चीजों का दान करने से जातक को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है और पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं।