रायगढ़।’ छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में रुपये से रुपये खरीदे जा रहे हैं और यह रुपये व्यवसायी ही व्यवसायी से ले रहा है। दरअसल, छोटे और मध्यम वर्ग के व्यवसायी जिन्हें हर दिन चिल्हर की आवश्यकता पड़ती है, उन्हें चिल्हर नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में बड़े व्यापारी मध्यम वर्ग के व्यवसायियों को 1 हजार रुपये का 1 हजार 30 रुपये में चिल्हर दे रहे हैं। चिल्हर की समस्या पिछले साल भर से बनी हुई है।
व्यवसायियों ने बताया कि सब्जी और मध्यम वर्ग के व्यापारी, जिनका गल्ला एक से तीन हजार रुपये का है, उन्हें चिल्लर की सबसे अधिक जरूरत पड़ती है, लेकिन जब मार्केट में चिल्हर आ जाता है, तो उसे दबा दिया जाता है और उसका नुकसान छोटे व्यवसायियों को पड़ता है।
यही नहीं चिल्हर नहीं होने से दुकान में आने वाले ग्राहकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि 1 हजार रुपये का 1 हजार 30 रुपये लेने वाले कुछ बड़े व्यापारी हैं, जो चिल्हर के नाम पर धंधा कर रहे हैं।हालांकि चिल्हर लाने वाले इनके नामों का खुलासा तो नहीं किए, लेकिन पिछले लंबे समय से इस तरह का खेल शहर में चलने की बात कही जा रही है।