3 अक्टूबर से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि, इस बार मां की पूजा 9 की बजाय 10 दिनों तक की जाएगी, क्योंकि नवरात्रि की एक तिथि बढ़ा दी गई है. खास बात यह है कि इस बार नवमी पूजा और विजयादशमी का त्योहार भी एक ही दिन मनाया जाएगा. इस बार तृतीया तिथि में वृद्धि हुई है. तृतीया तिथि 5 अक्टूबर और 6 अक्टूबर को रहेगी. इसके चलते 12 अक्टूबर को नवरात्र का समापन होगा. इसी दिन दशहरा भी मनाया जाएगा.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, नवरात्रि प्रतिपदा 3 अक्टूबर को रात 12.19 बजे शुरू होगी और 4 अक्टूबर को सुबह 2.58 बजे समाप्त होगी. इस अवधि में घट स्थापना की जा सकती है. तृतीया तिथि 5 अक्टूबर को सुबह 5:31 बजे से शुरू होकर अगले दिन 6 अक्टूबर को सुबह 7:50 बजे तक रहेगी. यह तिथि दो दिनों के सूर्योदय को स्पर्श करेगी. इसलिए तृतीया तिथि की पूजा दोनों दिन की जाएगीसर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का संयोग
5 से 8 अक्टूबर तक नवरात्रि के दौरान सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का संयोग रहेगा. इसके बाद 11-12 अक्टूबर को भी यह योग रहेगा, जो खरीदारी और पूजा अनुष्ठान के लिए शुभ रहेगा. इस बार शारदीय नवरात्रि पर घट स्थापना के समय पूरे दिन हस्त नक्षत्र में शुभ संयोग देखने को मिलेगा.