बॉलीवुड के कॉमेडी किंग यानी एक्टर राजपाल यादव ने अपनी कॉमेडी से हर किसी के दिल में एक खास जगह बनाई है. हाल ही में एक इंटरव्यू में एक्टर ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने अनुभव शेयर करते हुए कई विषयों पर अपनी बात रखी है. उन्होंने अपने करियर के दौरान डिप्रेशन से निपटने और रिजेक्शन का सामना करने के बारे में भी खुलकर बात किया है.
अपने इंटरव्यू में राजपाल यादव ने फिल्म इंडस्ट्री से मिले रिजेक्शन से निपटने पर अपने विचार शेयर किया है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका ध्यान रिजेक्शन से डरने पर कम और परफेक्शन के लिए प्रयास करने पर अधिक था. उन्होंने आंतरिक स्वीकृति के महत्व पर प्रकाश डाला और व्यक्तिगत विकास की तुलना विश्व स्तर पर टॉप खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते समय क्रिकेटरों के सामने आने वाली चुनौतियों से की है.
राजपाल यादव ने अपने पेशे की प्रकृति पर भी विचार किया, यह स्वीकार करते हुए कि उन्होंने चैंपियंस से घिरे मैदान में प्रवेश किया. उन्होंने दूसरों की अच्छाई को कम आंकने के बजाय उनका सम्मान करने किया. उनका मानना था कि आगे बढ़ने के लिए व्यक्ति को साथियों द्वारा निर्धारित उत्कृष्टता के स्तर तक पहुंचना चाहिए, क्योंकि केवल चैंपियन ही वास्तव में एक-दूसरे को समझते हैं.
अभिनेता ने आगे आत्म-धारणा पर अपने विचार साझा किए, और दूसरों में प्रतिभा को पहचानने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने सुझाव दिया कि अपने आस-पास के लोगों को औसत के रूप में देखना महानता की सीमित समझ को चींतीत कर सकता है. उन्होंने समझाया, सच्ची महानता दूसरों की उत्कृष्टता को स्वीकार करने और प्रत्येक दिन को एक नई शुरुआत के रूप में अपनाने, इस मंत्र को अपनाने से आती है कि “हर दिन एक नया दिन है.”